Teachers Vecancy 2.5 lakh Check Here: शिक्षक बहाली में 2.5 लाख पदों के लिए नियमावली देखे यहाँ से
Teachers Vecancy 2.5 lakh Check Here
हेलो दोस्तों नमस्कार आज हम बताने वाले हैं इस नए आर्टिकल में 2.5 लाख शिक्षक बहाली मैं नियमावली के बारे में जैसा कि आप लोग जानते हैं शिक्षक बहाली 2023 यानी 7th फेज मैं होने वाले बीपीएससी परीक्षा कैसे ली जाएगी उसका सिलेबस क्या होगा एग्जाम का पैटर्न कैसा होगा कट ऑफ क्या रहेगा मेरिट लिस्ट कैसे बनेगा यह सारे सूचनाएं आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगा आप ध्यानपूर्वक इस आर्टिकल को पढ़े है|
उद्देश:
बिहार में शिक्षक भर्ती मैं सही शिक्षक को बहाल करने की योजना है इसकी बिहार में पिछड़ रहे शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करना आज बिहार में बहुत सारे शिक्षक समय-समय पर वेतन के लिए या वेतन बढ़ाने के लिए आंदोलन या धरना पर बैठते हैं जिसको देखते हुए सरकार ने नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा देने के लिए तथा उसके वेतन मैं बढ़ोतरी हो सके ताकि शिक्षक लोग अपना तथा अपने परिवार को सही ढंग से चला सके| और बहुत सारे सुविधाएं प्रदान किए गए हैं
बीपीएससी द्वारा ली जाएगी शिक्षक बहाली में योग्यता:
- रिपोर्ट्स के मुताबिक शिक्षक अभ्यर्थियों को बीएड/एमएड पास करना अनिवार्य है
- आयोग की परीक्षा देने के लिए डिग्री के साथ STET या CTET में पास होना भी जरूरी है
- वहीं कोई भी शिक्षक अभ्यर्थी इस नई नियमावली के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा तीन बार परीक्षा में दे सकेंगे
- 2012 से पहले नियुक्त शिक्षक जो दक्षता परीक्षा में पास होंगे, उनके लिए पात्रता परीक्षा जरूरी नहीं होगी
- इस परीक्षा में मेरिट लिस्ट के हिसाब से अभ्यर्थियों को फायदा मिलेगा
- मेरिट के आधार पर ही अभ्यर्थियों को चॉइस पोस्टिंग मिलेगी
- जब टीचर राज्य के कर्मचारी बन जाएंगे तो उन्हें भी तबादले और पोस्टिंग की सहूलियत मिलने लगेगी
- शिक्षकों के वेतन को राज्य सरकार ही तय करेगी
- बहाली के लिए ली जाने वाली परीक्षा का पैटर्न बीपीएससी द्वारा जारी किए गए सिलेबस के अनुसार ही होगा|
7th फेज शिक्षक बहाली में बीपीएससी द्वारा ली जाएगी इसके लिए सिलेबस जारी नहीं की है उम्मीद है कि एक से दो दिन में सिलेबस जारी कर दी जाएगी तब हम आपको सिलेबस के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी जाएगी अभी देखा जा रहा है कि और सभी राज में अपने अनुकूल सीटेट या उस राज्य में चल रहे एग्जाम जो शिक्षक बहाली से संबंधित हो देने के बाद एक अलग एग्जाम लिया जाता है जैसे कि यूपीटेट यूपीटेट सुपर टेट इत्यादि जैसे एग्जाम तो ऐसे एग्जाम मैं वास्तविक जो शिक्षक होंगे जो पढ़ा पाएंगे उसी की बहाली हो सकेगी यहां नंबर बेसिस पर ध्यान कम दिया जाएगा अब बीपीएससी द्वारा जो एग्जाम ले जाए रही है या एग्जाम निष्पक्ष होगा जिससे कि सही शिक्षक जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दे सके उसका योगदान बिहार की शिक्षा में महत्वपूर्ण होगा आज नहीं तो देखा जा रहा है की धनी आदमी के बच्चे सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाते हैं वह सिर्फ प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चे को पढ़ाते हैं जो गरीब हैं वही सरकारी स्कूल में भेजते हैं सरकारी स्कूल में सही शिक्षा नहीं होने के कारण बिहार के स्कूलों को मजाक बनाया जाता है पर अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि बीपीएससी एग्जाम पास करने के बाद सभी शिक्षक को राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाएगा और वेतन में भी बढ़ोतरी किया जाएगा और दूसरे दूसरे सुविधा भी शिक्षक को प्रदान की जाएगी शिक्षक नियोजन के सातवें चरण में खास बात यह है कि जिन शिक्षकों की नियुक्ति आयोग से होगी, उन्हें सीधे जिला संवर्ग (कैडर) आवंटित होगा। प्रदेश के राजकीय, राजकीय बुनियादी विद्यालय, राजकीयकृत एवं प्रोजेक्ट कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय में नियुक्त होने वाले विद्यालय अध्यापक का स्तरवार एवं विषयवार अलग-अलग संवर्ग होगा। प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय एवं उच्च माध्यमिक में विषयवार अध्यापक का अलग-अलग संवर्ग होगा।
अब शिक्षकों का हो सकेगा अंतर जिला तबादला :
शिक्षकों के स्थानातंरण की कार्रवाई संबंधित संवर्गीय पद पर नियुक्ति प्राधिकार द्वारा किया जाएगा। शिक्षक अभ्यर्थियों से केंद्रीयकृत एवं आनलाइन आवेदन लेने की व्यवस्था की गई है। आवेदन के दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों को पोस्टिंग के लिए विकल्प मिलेगा। हालांकि, मेरिट के आधार पर ही वरीयता का ध्यान रखा जाएगा। अधिक अंक लाएंगे तो पहले च्वाइस के जिले में पोस्टिंग होगी। शिक्षकों का तबादला पूरे जिले में होगा और विशेष परिस्थितियों में अंतर जिला तबादले का भी प्रावधान है। 38 जिला शिक्षक नियुक्ति प्राधिकार होंगे और जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) इसे लीड करेंगे। आयोग से अनुशंसित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र भी जिला शिक्षा अधिकारी ही बांटेंगे।